सुख-दुख
शनिवार, 6 जुलाई 2024
जागो फिर से लुट रहा अपना हिंदुस्तान
जागो फिर से लुट रहा अपना हिंदुस्तान
घोटालों की मार से घायल है ईमान
घायल है ईमान भरोसे टूट रहे हैं
रखवाले ही आज खजाने लूट रहे हैं
रहो न आँखें मूँद करो कुछ आलस त्यागो
भारत माँ के लाल नींद से अब तो जागो
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